नई दिल्ली, कराची: पाकिस्तान एशिया कप 2023 के आयोजन को लेकर बार बार गुहार लगा रहा है। यही वजह है कि पीसीबी चीफ नजम सेठी ने एशिया कप के लिए इमरजेंसी मीटिंग बुलाई, जिसमें जय शाह को बहरीन जाना पड़ा। हालांकि फिलहाल इसका आयोजन कहां होगा इसका फैसला टाल दिया गया है, लेकिन चिंता इस बात की है पाकिस्तान में सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा, जब उनके खुद के ही खिलाड़ी नजर नहीं आ रहे हैं। जय शाह पहले ही कह चुके हैं कि एशिया कप के लिए भारत पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगा। इस बीच पाकिस्तान में लगातार हो रहे बम धमाकों ने ये चिंता और बढ़ा दी है।
पाकिस्तान सुपर लीग के दौरान बम विस्फोट
रविवार को पाकिस्तान सुपर लीग के दौरान ही इस मुल्क में बम विस्फोट हो गया। कप्तान बाबर आजम और शाहिद अफरीदी सहित शीर्ष पाकिस्तानी क्रिकेटरों को सड़क से कुछ मील की दूरी पर एक आतंकी हमले के बाद ड्रेसिंग रूम की सुरक्षा में ले जाया गया। नवाब अकबर बुगती स्टेडियम में पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) का प्रदर्शनी मैच पुलिस लाइन इलाके में विस्फोट के बाद कुछ समय के लिए रुका रहा। इस विस्फोट में 5 लोग घायल हो गए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटनास्थल पर बचाव कार्य पूरा कर लिया गया है और घायलों को अस्पताल ले जाया गया है।
टीटीपी ने हमले की जिम्मेदारी ली
प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने रविवार को एक बयान में हमले की जिम्मेदारी ली। इसमें कहा गया है कि विस्फोट में सुरक्षा अधिकारियों को निशाना बनाया गया था। पीएसएल पक्षों क्वेटा ग्लेडिएटर्स और पेशावर जाल्मी के बीच प्रदर्शनी मैच का आयोजन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) द्वारा बलूच प्रशंसकों के दबाव के बाद किया गया था कि क्वेटा को भी पीएसएल स्थल का दर्जा मिल जाए। पुलिस अधिकारी ने कहा, “जैसे ही विस्फोट हुआ एहतियात के तौर पर मैच रोक दिया गया और खिलाड़ियों को कुछ देर के लिए ड्रेसिंग रूम में ले जाया गया। बाद में हरी झंडी मिलने के बाद मैच फिर से शुरू हो गया।” मैच के लिए मैदान खचाखच भरा हुआ था।
आतंकी हमले तेज
अशांत बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में खेल गतिविधियां नाजुक सुरक्षा स्थिति और आतंकी हमलों के लगातार खतरे के कारण पिछले कई वर्षों से ठप पड़ी हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि विस्फोट कैसे हुआ, लेकिन टीटीपी ने हाल के दिनों में आतंकी हमले तेज कर दिए हैं। पिछले हफ्ते पेशावर में पुलिस लाइन में हुए एक आत्मघाती हमले में 80 लोग मारे गए थे और सैकड़ों घायल हुए थे।