भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 2023 में एक उपग्रह-आधारित डिजिटल शिक्षण प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च करने के लिए तैयार है। GSAT-7C नामक प्लेटफ़ॉर्म, ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों को शैक्षिक सामग्री तक पहुंच प्रदान करेगा।
GSAT-7C एक हाई-स्पीड डेटा लिंक से लैस होगा जो इसे शैक्षिक सामग्री को ग्राउंड स्टेशनों तक प्रसारित करने की अनुमति देगा। सामग्री विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध होगी और इसमें कई विषयों को शामिल किया जाएगा।
GSAT-7C ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा तक पहुंच में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। अनुमान है कि भारत में 200 मिलियन से अधिक बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच नहीं है। GSAT-7C यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि इन बच्चों की शैक्षणिक सामग्री तक पहुंच हो और वे दूरदराज के इलाकों में रहते हुए भी अपनी शिक्षा जारी रख सकें।
समाचार से मुख्य निष्कर्ष
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) 2023 में एक उपग्रह-आधारित डिजिटल शिक्षण मंच लॉन्च करने के लिए तैयार है।
GSAT-7C नामक प्लेटफॉर्म ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों को शैक्षिक सामग्री तक पहुंच प्रदान करेगा।
GSAT-7C एक हाई-स्पीड डेटा लिंक से लैस होगा जो इसे शैक्षिक सामग्री को ग्राउंड स्टेशनों तक प्रसारित करने की अनुमति देगा।
GSAT-7C ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा तक पहुंच में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।
कुल मिलाकर, GSAT-7C भारत में शिक्षा के लिए एक सकारात्मक विकास है। इससे यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि अधिक बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच मिले, चाहे वे कहीं भी रहें।